दीपावली की धूम या धुएँ का दम? एक दिन का जश्न, या साल भर का प्रदूषण—असली अपराधी कौन?
हर साल दीपावली आती है और साथ लाती है खुशियों की जगमगाहट, लेकिन इसके साथ ही उठती है प्रदूषण की बहस। क्या एक दिन का त्योहार वाकई इतना प्रदूषण फैलाता है कि हमें अपने सदियों पुराने रिवाजों को छोड़ देना चाहिए? या फिर असली समस्या कहीं और छिपी है, जिसे हम नज़रअंदाज़ कर रहे हैं?
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